जरूरी तो नहीं हैं
जरूरी तो नहीं है हर इंसा जिस्मों की चाहत रखता हो,
हो सकता है की वो तुम्हारी नादान हरकतों में मरता हो।
जरूरी तो नहीं तुम्हें छूने को तरसता हो,
हो सकता हैं उसे तुम्हारी जुल्फों की छाँव में सूकून मिलता हो।
जरूरी तो नहीं वो तुम्हें पा लेने की ख़्वाहिश रखता हो,
हो सकता हैं की महज़ तुम्हारी खुशबु से उसका दिन बनता हो।
हो सकता हैं तुम्हारी एक मुसकान के ऊपर वो जान चिडकता हो।
तुम्हारी आँख में आंसू देख खुद रोने लगता हो।
जरूरी तो नहीं वो सिर्फ तुम्हारे ज़िस्म...
हो सकता है की वो तुम्हारी नादान हरकतों में मरता हो।
जरूरी तो नहीं तुम्हें छूने को तरसता हो,
हो सकता हैं उसे तुम्हारी जुल्फों की छाँव में सूकून मिलता हो।
जरूरी तो नहीं वो तुम्हें पा लेने की ख़्वाहिश रखता हो,
हो सकता हैं की महज़ तुम्हारी खुशबु से उसका दिन बनता हो।
हो सकता हैं तुम्हारी एक मुसकान के ऊपर वो जान चिडकता हो।
तुम्हारी आँख में आंसू देख खुद रोने लगता हो।
जरूरी तो नहीं वो सिर्फ तुम्हारे ज़िस्म...