चल रहे हैं देखो हम
#जंजीर
इन जंजीरों को तोड़कर,
रुख हवा का मोड़कर,
चल रहे हैं देखो हम ,
आज नये अल्फाजों मे रंग भरने,
थोड़े देर ठहर कर ,
किसी रोते हुए की होठो की मुस्कान बनने,
रातों के सन्नाटे को चिरति हुई उस झिंगुर के गान को सुनने,
बेजुबान जानवर के दर्द को महसूस करने,
चल रहे हैं देखो हम ,
बेख्याली मे ना जाने हमे जाना कहाँ है,
हमारी मंजिल कहाँ है,
बंजारे से घूम रहे है,
जंजीरो को अपनी तोड़कर,
मिल जाते है इस राह मे कुछ अच्छे कुछ बुरे लोग,
अच्छे लोग दिल मे बस जाते है,
बुरे लोग कुछ सीख दे जाते है,
कट रही है जिंदगी अब तो युही,
जिंदगी जीनी है सबको जरूरी,
मगर कहाँ हर लोग जीते है इस जिंदगी को,
बस जब तक साँसे है जिस्म मे तब तक काट लेते है जिंदगी को ।
written by आफरीन
#zindagikirahe #zindagi #sikha #janjir #Bekhayal
© sincere girl
इन जंजीरों को तोड़कर,
रुख हवा का मोड़कर,
चल रहे हैं देखो हम ,
आज नये अल्फाजों मे रंग भरने,
थोड़े देर ठहर कर ,
किसी रोते हुए की होठो की मुस्कान बनने,
रातों के सन्नाटे को चिरति हुई उस झिंगुर के गान को सुनने,
बेजुबान जानवर के दर्द को महसूस करने,
चल रहे हैं देखो हम ,
बेख्याली मे ना जाने हमे जाना कहाँ है,
हमारी मंजिल कहाँ है,
बंजारे से घूम रहे है,
जंजीरो को अपनी तोड़कर,
मिल जाते है इस राह मे कुछ अच्छे कुछ बुरे लोग,
अच्छे लोग दिल मे बस जाते है,
बुरे लोग कुछ सीख दे जाते है,
कट रही है जिंदगी अब तो युही,
जिंदगी जीनी है सबको जरूरी,
मगर कहाँ हर लोग जीते है इस जिंदगी को,
बस जब तक साँसे है जिस्म मे तब तक काट लेते है जिंदगी को ।
written by आफरीन
#zindagikirahe #zindagi #sikha #janjir #Bekhayal
© sincere girl