चल रहे हैं देखो हम
#जंजीर
इन जंजीरों को तोड़कर,
रुख हवा का मोड़कर,
चल रहे हैं देखो हम ,
आज नये अल्फाजों मे रंग भरने,
थोड़े देर ठहर कर ,
किसी रोते हुए की होठो की मुस्कान बनने,
रातों के सन्नाटे को चिरति हुई उस झिंगुर के गान को सुनने,
बेजुबान जानवर के दर्द को महसूस करने,
चल रहे हैं देखो...
इन जंजीरों को तोड़कर,
रुख हवा का मोड़कर,
चल रहे हैं देखो हम ,
आज नये अल्फाजों मे रंग भरने,
थोड़े देर ठहर कर ,
किसी रोते हुए की होठो की मुस्कान बनने,
रातों के सन्नाटे को चिरति हुई उस झिंगुर के गान को सुनने,
बेजुबान जानवर के दर्द को महसूस करने,
चल रहे हैं देखो...