"जीवन यात्रा: शिव से शिव तक"
**प्रेम डगर है प्रभु,
भूल-चूक माफ करना।
हम बच्चे तुम्हारे, तुम पिता हमारे,
हम प्रेमी तुम्हारे, तुम प्रीतम हमारे।
शिव में जीने से शुरुआत,
हर क्षण का...
भूल-चूक माफ करना।
हम बच्चे तुम्हारे, तुम पिता हमारे,
हम प्रेमी तुम्हारे, तुम प्रीतम हमारे।
शिव में जीने से शुरुआत,
हर क्षण का...