बेवजह मरते जा रहें
लोग क्या कहेंगे इस बात पर हम
कुछ यूँ उलझते जा रहे हैं।
अपनी जीदंगी के एक एक लम्हे
कुछ यूं निकालते जा रहें।
दिल कुछ और करना चाहता है
हम कुछ और ही करते जा रहे हैं।
अपनी जीदंगी को हम यूं ही
नचाते जा रहें हैं।
सोचते हैं वक़्त बहुत है...
कुछ यूँ उलझते जा रहे हैं।
अपनी जीदंगी के एक एक लम्हे
कुछ यूं निकालते जा रहें।
दिल कुछ और करना चाहता है
हम कुछ और ही करते जा रहे हैं।
अपनी जीदंगी को हम यूं ही
नचाते जा रहें हैं।
सोचते हैं वक़्त बहुत है...