sirf tum
तेरे आगे ही मेरा सर झुकता है
जीवन के हर सफर में
मुझे तुम्हारे साथ ही चलना है
तेरी हर चाह तेरी हर एक रुह
मुझ में निरंतर बनी...
जीवन के हर सफर में
मुझे तुम्हारे साथ ही चलना है
तेरी हर चाह तेरी हर एक रुह
मुझ में निरंतर बनी...