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मैं तनहा था पल भर में ,उल्लास मुझे तू कर डाला।
मैं तनहा था पल भर में ,
उल्लास मुझे तू कर डाला,
है ह्रदय स्पर्श तेरा,
तूने मदमस्त जो कर डाला,
दिविशा जो मुझे ज्ञात हुआ,
ओझल सा वक़्त जो कर डाला,
मैं तनहा था पल भर में ,
उल्लास मुझे तू कर डाला,
है नमन तुझे बस ये तू सुन,
मुझको जो फिर से गढ़ डाला,
ये नियति नहीं है वक़्त तेरा,
फिर से उजियारा कर डाला,
मैं द्वंद सा हूँ तू छ्न्द सही,
मुझमें उजियारा भर डाला,
मैं तनहा था पल भर में ,
उल्लास मुझे तू कर डाला,
© Ambuj Pathak
उल्लास मुझे तू कर डाला,
है ह्रदय स्पर्श तेरा,
तूने मदमस्त जो कर डाला,
दिविशा जो मुझे ज्ञात हुआ,
ओझल सा वक़्त जो कर डाला,
मैं तनहा था पल भर में ,
उल्लास मुझे तू कर डाला,
है नमन तुझे बस ये तू सुन,
मुझको जो फिर से गढ़ डाला,
ये नियति नहीं है वक़्त तेरा,
फिर से उजियारा कर डाला,
मैं द्वंद सा हूँ तू छ्न्द सही,
मुझमें उजियारा भर डाला,
मैं तनहा था पल भर में ,
उल्लास मुझे तू कर डाला,
© Ambuj Pathak
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