होंठों पर सजाना चाहती हूँ
अपने होंठों पर सजाना चाहती हूँ,
आ तुझे मैं गुन गुनाना चाहती हूँ,
कोई आँसू तेरे दामन पर गिरा कर,
बूँद को मोती बनाना चाहती हूँ,
थक गयी मैं करते करते याद तुझको,
अब तुझे मैं याद आना चाहती हूँ,
जो बना वायस...
आ तुझे मैं गुन गुनाना चाहती हूँ,
कोई आँसू तेरे दामन पर गिरा कर,
बूँद को मोती बनाना चाहती हूँ,
थक गयी मैं करते करते याद तुझको,
अब तुझे मैं याद आना चाहती हूँ,
जो बना वायस...