दुल्हन
लाल जोड़े में सोलह सिंगार से सज रही वह दुल्हन ,
अपने जीवन की डोर को , साजन के साथ बांधने चली है !
पिया के नाम की मेहंदी वह , अपने हाथों में रचाने चली है !
कई अरमानों को लेकर वह , अपना घर बसाने चली है !
नए घर में जाने की खुशियां , अपने घर से विदाई का दुख !
दोनों द्वंद को मन...
अपने जीवन की डोर को , साजन के साथ बांधने चली है !
पिया के नाम की मेहंदी वह , अपने हाथों में रचाने चली है !
कई अरमानों को लेकर वह , अपना घर बसाने चली है !
नए घर में जाने की खुशियां , अपने घर से विदाई का दुख !
दोनों द्वंद को मन...