...

9 views

मां ❤️
प्यारी_सी, भोली_सी, सुन्दर वो काया,
जिसने है हमको इस दुनिया में लाया।
होंठो पर उसके प्यारी_सी मुस्कान रहती है,
उससे ही तो घर आंगन की शान बढ़ती है।

आंखों में उसके अथाह प्रेम की धारा है,
दुनिया की कश्ती का वही इक किनारा है।
गंगाजल जैसा निर्मल है जिसका मन,
उस ममता की मूरत को शत शत नमन ।

जिसकी ऊंगली पकड़कर चलना सीखे थे हम,
जिसकी वजह से यहां तक पहुंचे हैं हम।
कभी प्यार से तो कभी सख्ती से पेश आती,
भटकने पर वो हमेशा सही रास्ता दिखाती।

लाखों दुआएं वो हमारे लिए करती,
हमारी कुशलता की हमेशा मांग करती।
नि: स्वार्थ प्रेम का सागर है वो,
रिश्तों की कतारों में उजागर है वो।

कभी हंसकर तो कभी डांटकर कहती,
हमारे लिए वो दुनिया से भी लड़ती।
घर में रहती है वो दिन भर काम करती,
कितना कुछ सहती है वो फिर भी कुछ नहीं कहती।

दुनिया में उस जैसा कोई दूसरा इंसान नहीं,
त्यागी बहुत हैं पर उस जैसा कोई महान नहीं।
जिसके कदमों में खुशियों का जहां है,
वो कोई और नहीं सिर्फ एक मां है।


© Jaya Tripathi