maa ke bina ye sunapan
माँ,,,
तेरी यादों का घेरा,,
मुझे रोज रूलाता है!!
बिती सारी बातें,,
बार-बार याद दिलाता है!
चाहे कितनी भी कोशिश,
क्यों ना कर लूँ ,
पर हर रोज यही बातें सताता है.. कि ऐसे कैसे बदल गया सबकुछ........ ,,
लोगों के ताने,...
तेरी यादों का घेरा,,
मुझे रोज रूलाता है!!
बिती सारी बातें,,
बार-बार याद दिलाता है!
चाहे कितनी भी कोशिश,
क्यों ना कर लूँ ,
पर हर रोज यही बातें सताता है.. कि ऐसे कैसे बदल गया सबकुछ........ ,,
लोगों के ताने,...