*** सफर ***
*** कविता ***
*** सफर ***
" अक्सर होतै हैं सफर में ,
कोई तो हमसफ़र मिले ,
ये राहें अब हमनवां है मेरी ,
कोई तो इसका खबर ले ,
गुम हो जाऊंगा इन गुमनाम राहों में ,
कोई हमनवां ऐसा मिले जो पल - पल की खबर ले ,...
*** सफर ***
" अक्सर होतै हैं सफर में ,
कोई तो हमसफ़र मिले ,
ये राहें अब हमनवां है मेरी ,
कोई तो इसका खबर ले ,
गुम हो जाऊंगा इन गुमनाम राहों में ,
कोई हमनवां ऐसा मिले जो पल - पल की खबर ले ,...