कल से बेहतर तलाश कर ...
देखता रहा तू तेरा बिता हुआ कल,
कुछ यादें कुछ हुए छल,
तू कल जो भी था "आज" से उसका मतलब नहीं,
बस इतना की तू गलतियां सुधार सही...
माना, था तेरे मन में विचारों का कहर,
कह दे उस वक्त से बिता कल अब न ठहर,
अपनी जिंदगी तू आबाद कर,
खुद को कल से बेहतर तलाश कर...
आदतों को तेरी तू कल से बेहतर बना ले,
अपनी इच्छाओं को खुद में पनाह दे,
गलतियां सबसे होती...
कुछ यादें कुछ हुए छल,
तू कल जो भी था "आज" से उसका मतलब नहीं,
बस इतना की तू गलतियां सुधार सही...
माना, था तेरे मन में विचारों का कहर,
कह दे उस वक्त से बिता कल अब न ठहर,
अपनी जिंदगी तू आबाद कर,
खुद को कल से बेहतर तलाश कर...
आदतों को तेरी तू कल से बेहतर बना ले,
अपनी इच्छाओं को खुद में पनाह दे,
गलतियां सबसे होती...