रूहानी खत
इश्क करती हूं तुम से
कहते हुए नहीं डरती हूं
साथ है सात जन्म का तेरा मेरा
रूहानी खत तुम्हें लिखती हूं
सपनों में मेरे तुम रोज आते हो
छेड़ कर धुन प्यार की
मधुर गीत सुनते हो
लेकर हाथों में हाथ
बातें हजार करते हो
जी भर...
कहते हुए नहीं डरती हूं
साथ है सात जन्म का तेरा मेरा
रूहानी खत तुम्हें लिखती हूं
सपनों में मेरे तुम रोज आते हो
छेड़ कर धुन प्यार की
मधुर गीत सुनते हो
लेकर हाथों में हाथ
बातें हजार करते हो
जी भर...