ग़ज़ल : हर वक़्त हर पल साथ हो
हर वक़्त हर पल साथ हो
हाथों में तेरा हाथ हो
जनमों जनम माँगा जिसे
तुम वो मिरी सौगात हो
तुम तो समंदर पार हो
अब किस तरह मेलाप हो
बाँहों...
हाथों में तेरा हाथ हो
जनमों जनम माँगा जिसे
तुम वो मिरी सौगात हो
तुम तो समंदर पार हो
अब किस तरह मेलाप हो
बाँहों...