तुम एसी तो नहीं थी.....
ये तुझे क्या होता जा रहा है
धीरे-धीरे जैसे कुछ खोता जा रहा है
पहले तुझे तेरे सपनों के सिवा कुछ दिखता नहीं था
और अब तुझे सपनों में भी सपना नहीं दिख रहा है
क्या तु भूल गयी अपनी माँ की आखों की नमी
क्या तू भूल गयी पापा की तुझे वर्दी में देखने की...
धीरे-धीरे जैसे कुछ खोता जा रहा है
पहले तुझे तेरे सपनों के सिवा कुछ दिखता नहीं था
और अब तुझे सपनों में भी सपना नहीं दिख रहा है
क्या तु भूल गयी अपनी माँ की आखों की नमी
क्या तू भूल गयी पापा की तुझे वर्दी में देखने की...