...

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मिर्च की कहानी
हा, माना मिर्च कबिता लिखने का विषय नहीं,
पर कोई भी पकवान मिर्च के बिना पूर्ण नहीं,,
होती मिर्च लाल, हरी और तीखी पर,
खा न पाया कोई इसे फीकी,,
वैसे तो मिर्च के परिवार में ज्यादा कोई नहीं
भाई अगर लाल मिर्च, तो हरी मिर्च बहन बनी,,
ताज़ा ताज़ा बनता मिर्च का अचार,
जिससे चलता कयी लोगो का व्यापार,,
मिर्च की खूबसूरती का तो सवाल ही नहीं,
जैसे हरी चुनरी ओढ़ कर खड़ी हो कोई युवती नयी,,
खड़ी खड़ी रह जाती...