...

9 views

आखिर क्यों मैं ही चरित्रहीन
मेरे चरित्र पर जो अब तक सवाल उठाया है
आख़िर क्या सोच कर तुमने?
मुझे चरित्रहीन बताया है...
मुझे लड़के के साथ देख
लिख डाले तुमने मेरे चरित्र पर न जाने कितने लेख,
अगर किसी लड़के से हाथ मिला कर गले क्या मिलू
तो तुमने मेरे नियत पर सवाल उठाया है।
आखिर क्या सोच कर तुमने?
मुझे चरित्रहीन बताया है.....
अगर पहन लूं छोटे कपड़े
तो तुमने मेरे चरित्र पर दाग लगाया है
थोड़ासा घुमके क्या आ जाऊं
तो तुमने मेरे संस्कारों पर बवाल मचाया है।
आखिर क्या सोच कर तुमने?
मुझे चरित्रहीन बताया है.....
सच है ये बात भी
एक औरत ने ही कई बार
दूसरे औरत पर लांछन लगाया है
अपनी घटिया सोच को सच साबित करते करते
एक औरत ने ही कई बार दूसरी औरत को चरित्रहीन बताया है।
आखिर क्या सोच कर तुमने?
मुझे चरित्रहीन बताया है....
अगर ताकत न बन सके मेरी
तो मुझे कमजोर भी न बनाते
एक औरत होने के नाते
पूरे समाज के आगे मेरा यूं मजाक न उड़ाते।
तुम जो बार बार मेरे चरित्र का प्रमाणपत्र देते हो
वो तो जो तुम समझते हो देखते हो वो सोच है तुम्हारी
चरित्रहीन मैं नहीं ये तो घटिया सोच है तुम्हारी
चरित्रहीन मैं नहीं ये तो घटिया सोच है तुम्हारी।।
Tejswii madavi





© tejswii_madavi