इश्क़ का फ़रिश्ता
इश्क़ का फरिश्ता कहूँ
या तुझे रब कहुँ
जो भी कहुँ तुझे
मेरे लिये तू मेरी जिंदगी है
सुरत मेरी होती
पर उसकी मुस्कान तेरी होती
ऑंखे मेरी होती
पर उसमें जो चमक
होती तुझे देखकर होती
दिल मेरा है पर
उसकी धड़कने तेरी होती
सांसो का चलना
दिल का मचलना
तेरी वजह से...
या तुझे रब कहुँ
जो भी कहुँ तुझे
मेरे लिये तू मेरी जिंदगी है
सुरत मेरी होती
पर उसकी मुस्कान तेरी होती
ऑंखे मेरी होती
पर उसमें जो चमक
होती तुझे देखकर होती
दिल मेरा है पर
उसकी धड़कने तेरी होती
सांसो का चलना
दिल का मचलना
तेरी वजह से...