ब्राह्मण: जात नहीं, इतिहास है
जब बात ब्राह्मणों की आए, हर कोई कहानी उठाए,
किताब के पन्नों में, गरीब ब्राह्मण ही नजर आए।
साला क्यों हमेशा गरीब, कोई अमीर का किस्सा नहीं,
दुनिया कहे "गरीब ब्राह्मण", यह सच का हिस्सा नहीं।
वो कहें ब्राह्मण ज़्यादा खाते, पर ये गलती भारी है,
ब्राह्मण अच्छा खाते हैं, क्योंकि मेहनत हमारी है।
द्रोणाचार्य की तलवार, वशिष्ठ का ज्ञान,
संदीपनी की शिक्षा, दुर्वासा का...
किताब के पन्नों में, गरीब ब्राह्मण ही नजर आए।
साला क्यों हमेशा गरीब, कोई अमीर का किस्सा नहीं,
दुनिया कहे "गरीब ब्राह्मण", यह सच का हिस्सा नहीं।
वो कहें ब्राह्मण ज़्यादा खाते, पर ये गलती भारी है,
ब्राह्मण अच्छा खाते हैं, क्योंकि मेहनत हमारी है।
द्रोणाचार्य की तलवार, वशिष्ठ का ज्ञान,
संदीपनी की शिक्षा, दुर्वासा का...