#आकाश के नक्शे
#आकाशकेनक्शे
कौन बनाता होगा न जाने खुले आकाश के नक्शे
कोई सीधे कोई टेढ़े,
कितने विचित्र से अक्स ये लगते ,
कभी किसी की सुरत तो कभी लगे कोई किस्से से, न जाने कब उकेरी मन की कल्पना...
कौन बनाता होगा न जाने खुले आकाश के नक्शे
कोई सीधे कोई टेढ़े,
कितने विचित्र से अक्स ये लगते ,
कभी किसी की सुरत तो कभी लगे कोई किस्से से, न जाने कब उकेरी मन की कल्पना...