पर्यावरण
रक्त का संचार है पर्यावरण,
साँस की रफ्तार है पर्यावरण।
उन परिंदों के लिए भी सोचिए,
उनको भी दरकार है पर्यावरण।
मन खिले,आँगन खिले, उपवन खिले
फिर से अब तैयार है पर्यावरण।
जन्म से लेकर मरण तक साथ दे,
जिन्दगी का सार है पर्यावरण।
एक पौधा आप भी लगाए,
प्रकृति का श्रृंगार है पर्यावरण।
साँस की रफ्तार है पर्यावरण।
उन परिंदों के लिए भी सोचिए,
उनको भी दरकार है पर्यावरण।
मन खिले,आँगन खिले, उपवन खिले
फिर से अब तैयार है पर्यावरण।
जन्म से लेकर मरण तक साथ दे,
जिन्दगी का सार है पर्यावरण।
एक पौधा आप भी लगाए,
प्रकृति का श्रृंगार है पर्यावरण।
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