कैसी रूत ये आयी है मस्तानी_
कैसी रूत ये आयी है मस्तानी ,
तेरा मेरा प्यार भी है रूहानी ,
आ खो जाये हम एक दुजे मे मदहोशी ,
जिस्मो से रूह तक का ये डगर है अनजानी ,
साथ निभाये हम एक दुजे का बनकर परछाई ,
मंजिल रहे...
तेरा मेरा प्यार भी है रूहानी ,
आ खो जाये हम एक दुजे मे मदहोशी ,
जिस्मो से रूह तक का ये डगर है अनजानी ,
साथ निभाये हम एक दुजे का बनकर परछाई ,
मंजिल रहे...