इंसान का काम है
इंसान का काम है,
इसीलिए वो करता है।
इंसान को भुख लगती है,
इसीलिए वो खाता है।
इंसान को प्यास लगती है,
इसलिए वो पानी पीता है।
इंसान को जब जरूरत होती है,
तो वो दूसरो को याद करता है।
© writer
इसीलिए वो करता है।
इंसान को भुख लगती है,
इसीलिए वो खाता है।
इंसान को प्यास लगती है,
इसलिए वो पानी पीता है।
इंसान को जब जरूरत होती है,
तो वो दूसरो को याद करता है।
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