-- बन्दा--
-- बन्दा-
जहा बंदा ही बंदे का लहू पीए
और खाता है बंदे से खार बन्दा,
अकल की जगह पर जहर तब्दील हुआ,,
अब नहीं करता किसी से प्यार बन्दा,
हाथ किसी का थामना है दूर की बात...
जहा बंदा ही बंदे का लहू पीए
और खाता है बंदे से खार बन्दा,
अकल की जगह पर जहर तब्दील हुआ,,
अब नहीं करता किसी से प्यार बन्दा,
हाथ किसी का थामना है दूर की बात...