!...साथ निभाने वाले...!
कुछ दूर चलोगे साथ तो समझ जाओगे
किस तरह साथ निभाते हैं निभाने वाले
जिंदगी भर का वो वादा हमसे कर के गया
वो जो कहता था मर जायेंगे तुम जो ना आने वाले
कितनी सिद्दत से मेरी बाहो में बैठ के मुझको चूमा था
अब किसी और की बाहों में बैठा है मुझको मनाने...
किस तरह साथ निभाते हैं निभाने वाले
जिंदगी भर का वो वादा हमसे कर के गया
वो जो कहता था मर जायेंगे तुम जो ना आने वाले
कितनी सिद्दत से मेरी बाहो में बैठ के मुझको चूमा था
अब किसी और की बाहों में बैठा है मुझको मनाने...