.......अब बस है ......
*अब बस है*
क्या घातक दौर है
और बढ़ते कोरोना का प्रकोप
बढ़ती मौत की संख्या
और चारो तरफ़ ऑक्सीजन की खोज ,
खासना हुआ दूभर
और छींकना संदेह से भरपूर
बढ़ते तापमान से डर है
और बे - उमर मौत का खौफ
वाह ! क्या अजीब दिन हैं ये
और क्या बेहतरीन तरीका आया है ,
कि बस दूरी ही एकमात्र सहारा है
सैनिटाइजर से स्नान कर ,
मास्क से...
क्या घातक दौर है
और बढ़ते कोरोना का प्रकोप
बढ़ती मौत की संख्या
और चारो तरफ़ ऑक्सीजन की खोज ,
खासना हुआ दूभर
और छींकना संदेह से भरपूर
बढ़ते तापमान से डर है
और बे - उमर मौत का खौफ
वाह ! क्या अजीब दिन हैं ये
और क्या बेहतरीन तरीका आया है ,
कि बस दूरी ही एकमात्र सहारा है
सैनिटाइजर से स्नान कर ,
मास्क से...