वह सोचती थी क्या… और हुआ क्या ?
अपनी सारी भावनाओं को पर्दा करके, वो फिर से घर के काम पर लग गई थी;
उसे पता था उसकी भावनाओं की कद्र
शायद, पूरे घर में किसी को नहीं थी;
मगर कोई काम ना बचा हो किसी का
भी, इस बात की फ़िक्र सभी को थी;
इसीलिए बीच बीच में, उसका हालचाल
पूछ लिया करते थे, उससे, उसके घरवाले;
उन्हें यूँ हालचाल पूछते हुए देख, सोचती
थी, क्या इसीलिए आयी थी वो इस घर में ..
© सुneel
उसे पता था उसकी भावनाओं की कद्र
शायद, पूरे घर में किसी को नहीं थी;
मगर कोई काम ना बचा हो किसी का
भी, इस बात की फ़िक्र सभी को थी;
इसीलिए बीच बीच में, उसका हालचाल
पूछ लिया करते थे, उससे, उसके घरवाले;
उन्हें यूँ हालचाल पूछते हुए देख, सोचती
थी, क्या इसीलिए आयी थी वो इस घर में ..
© सुneel