वह सोचती थी क्या… और हुआ क्या ?
अपनी सारी भावनाओं को पर्दा करके, वो फिर से घर के काम पर लग गई थी;
उसे पता था उसकी भावनाओं की कद्र
शायद, पूरे घर में किसी को नहीं ...
उसे पता था उसकी भावनाओं की कद्र
शायद, पूरे घर में किसी को नहीं ...