बेवकूफ़ लड़का.....!
सूर्यास्त के बाद
जब सूर्य जा चुका होता है
तब उसका मोह बनकर
लालिमा ठहर जाती है क्षितिज पर
कुछ इसी तरह
जा चुकी है वो एक बीती हुई ऋतु की तरह
मगर अभी खड़ा हूँ मैं वहीँ
उसका मोह लिए ज़िन्दगी के क्षितिज पर
लेकिन सूर्य तो जाते जाते
दे जाता है सांत्वना धरती को
कल फिर उजाला करने के लिए
फिर से कल लौट आने के लिए ।
लेकिन एक...
जब सूर्य जा चुका होता है
तब उसका मोह बनकर
लालिमा ठहर जाती है क्षितिज पर
कुछ इसी तरह
जा चुकी है वो एक बीती हुई ऋतु की तरह
मगर अभी खड़ा हूँ मैं वहीँ
उसका मोह लिए ज़िन्दगी के क्षितिज पर
लेकिन सूर्य तो जाते जाते
दे जाता है सांत्वना धरती को
कल फिर उजाला करने के लिए
फिर से कल लौट आने के लिए ।
लेकिन एक...