हर घर निर्भया....
बलात्कार ये शब्द सुनके कुछ लोग सिर झुका लेंगे
और कुछ लोग नजरे चुरा लेंगे
ये शब्द सरेआम नही बोलते है
कुछ महान ज्ञानी ऐसी हिदायत देंगे ,,,
हुआ जो बलात्कार किसी बाप की बेटी के साथ
तो फिर उस बेटी को इंसाफ ना सही
पर उस दरिंदे को बचाने की पूरी कोशिश करेंगे
अरे सिर्फ बलात्कार ही तो हुआ है
गलती इतनी भी बड़ी नहीं की फांसी दे देंगे
और जब दे भी देंगे तो जरूरी नहीं
उस फांसी की सजा से ये बलात्कार होना रोक देंगे
उस दरिंदे का परिवार उस को बचाने की कोशिश करेंगे
बिना ये सोचे समझे की कल उसके घर भी निर्भया जन्म लेगी
और जब निर्भया जन्म लेगी तो उसके बेटे जैसा ही दरिंदा
अपनी भूख को शांत करने के लिए उसके जिस्मों को
नोच नोच के खा जायेंगे,,,
हर रोज़ हर घर में एक लक्ष्मी नही बल्कि निर्भया जन्म लेगी
और हर रोज़ हर बार हम सिर्फ...
और कुछ लोग नजरे चुरा लेंगे
ये शब्द सरेआम नही बोलते है
कुछ महान ज्ञानी ऐसी हिदायत देंगे ,,,
हुआ जो बलात्कार किसी बाप की बेटी के साथ
तो फिर उस बेटी को इंसाफ ना सही
पर उस दरिंदे को बचाने की पूरी कोशिश करेंगे
अरे सिर्फ बलात्कार ही तो हुआ है
गलती इतनी भी बड़ी नहीं की फांसी दे देंगे
और जब दे भी देंगे तो जरूरी नहीं
उस फांसी की सजा से ये बलात्कार होना रोक देंगे
उस दरिंदे का परिवार उस को बचाने की कोशिश करेंगे
बिना ये सोचे समझे की कल उसके घर भी निर्भया जन्म लेगी
और जब निर्भया जन्म लेगी तो उसके बेटे जैसा ही दरिंदा
अपनी भूख को शांत करने के लिए उसके जिस्मों को
नोच नोच के खा जायेंगे,,,
हर रोज़ हर घर में एक लक्ष्मी नही बल्कि निर्भया जन्म लेगी
और हर रोज़ हर बार हम सिर्फ...