करीबी
बहुत करीब से देखा है ख्याल ,
मैंने बुरे वक्त में दूर जाते हुए चेहरों को ,
कि कोई लौट भी आए,
तो फिर कभी करीब आने नहीं दूँगी ।
बहुत मशक्कत से जला है,मेरे वज़ूद का दिया
कि अब दुनिया की सफ़ेदी में,
इसे बुझाने नहीं दूँगी।
© Khyaal_Ansune
मैंने बुरे वक्त में दूर जाते हुए चेहरों को ,
कि कोई लौट भी आए,
तो फिर कभी करीब आने नहीं दूँगी ।
बहुत मशक्कत से जला है,मेरे वज़ूद का दिया
कि अब दुनिया की सफ़ेदी में,
इसे बुझाने नहीं दूँगी।
© Khyaal_Ansune