...

6 views

मोनिस-ऐ-जा
मोनिस-ऐ-जा यह तुमने क्या कह दिया,
मेने तेरे लिए कुछ नही किया।
मोनिस ए जा मुझे खुदा भी बर्बाद ना कर सका, इंसानो की कहा हिमाकत थी, मैं तो तुझे आबाद करने के खुद को बर्बाद कर बैठा।
मैं जंग जीत गया मगर तू खुश नही थी,
मोनिस-ऐ-जा मैं जीती हुई शय हार गया।
मोनिस-ऐ-जा रस्सी मजबूत थी,
पकड़ मजबूत थी, तू कहि गिर न जाये खाई में,
मेने ही हाथ छोड़ दिया।
मोनिस-ऐ-जा मैं तो तेरा पैकर बनाता था,
अब तो तस्वीर भी नही बनती।
आँखे नम थी , ओर मेने तुझको हँसकर ओर खुशी से विदा किया,
तेरे जाने के बाद मैं खूब रोया मोनिस-ऐ-जा मैं खून के आंसू रोया।
मोनिस-ऐ-जा तेरे बिना दिन नही गुजरता था,
अब तो जिंदगी कट रही है।
मोनिस-ऐ-जा तेरे खातिर मेने जिस्म के पिंजरे से रूह को आजाद कर दिया।
मोनिस-ऐ-जा तेरे जाने के बाद मेने तुझको अपने लफ्जो में जिंदा रखा, ओर खुद को मार दिया।
मोनिस-ऐ-जा बता मेने तेरे लिए क्या क्या नही किया।
© Verma Sahab