एकतरफ़ा.....
एकतरफ़ा तो लगता है कि ठ़हर जाऊं कहीं मैं,फ़िर देखता हूं कि कहां जिंदगी ठ़हरती है
एकतरफ़ा तो लगता है कि हर लम्ह़ा जिऊं मैं,फिर देखता हूं कि कहां फुर्सत़ मिलती है
एकतरफ़ा तो लगता है कि किसी से बाटूं दर्द अपना,फिर देखता हूं कि कहां दुनिया समझती है
एकतरफ़ा तो लगता है कि भूल जाऊं सब मैं,फिर देखता हूं वो यादें कहां मरती हैं
एकतरफ़ा तो लगता है बस खोया रहूं मैं,फिर सोचता हूं इस लम्हें की क्या गलती है
एकतरफ़ा तो लगता है कि हर दिन नया है,फिर देखता हूं तो रातें वहीं लगती हैं
एकतरफ़ा तो लगता है कि मोहब्बत़ है मुझको,फ़िर उन्हैं देखता हूं तो ....एकतरफ़ा सी ही लगती है....
एकतरफ़ा तो लगता है कि हर लम्ह़ा जिऊं मैं,फिर देखता हूं कि कहां फुर्सत़ मिलती है
एकतरफ़ा तो लगता है कि किसी से बाटूं दर्द अपना,फिर देखता हूं कि कहां दुनिया समझती है
एकतरफ़ा तो लगता है कि भूल जाऊं सब मैं,फिर देखता हूं वो यादें कहां मरती हैं
एकतरफ़ा तो लगता है बस खोया रहूं मैं,फिर सोचता हूं इस लम्हें की क्या गलती है
एकतरफ़ा तो लगता है कि हर दिन नया है,फिर देखता हूं तो रातें वहीं लगती हैं
एकतरफ़ा तो लगता है कि मोहब्बत़ है मुझको,फ़िर उन्हैं देखता हूं तो ....एकतरफ़ा सी ही लगती है....