wo Dost Mera
मैं हूं अगर अंगुठी, तो वो अनमोल हीरे का नगीना है,
कोई भी हो काम, वो हाथ मेरा दाहिना है।💪💪💪
ज़िन्दगी अगर है करारी पकौड़े सी, तो वो चटनी पूदिना है,
मस्ती का है जिसमे रंग, वो मौज भरा बसंत का महीना है।
जिससे आज तक पटी ना कोई हसीना...
कोई भी हो काम, वो हाथ मेरा दाहिना है।💪💪💪
ज़िन्दगी अगर है करारी पकौड़े सी, तो वो चटनी पूदिना है,
मस्ती का है जिसमे रंग, वो मौज भरा बसंत का महीना है।
जिससे आज तक पटी ना कोई हसीना...