...

39 views

ये रास्ते
आज इस रास्ते से नफ़रत सी हो रही है,
कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा है,
इतनी गरीबी इतनी बेबसी,
कहीं कड़ी धूप में गुब्बारे बेचता हुआ यूवक ,
कहीं टूटे हुए घर ,
कहीं दुर्घटना से पीड़ित गाड़ी,
कहीं एक छोटे से टेंपो में जाती हुई 5-6 भैंसे,
कहीं एक ऑटो में सर पर हाथ रखे सफर करता हुआ एक वृद्ध व्यक्ति,
कहीं गाड़ियों के पीछे भागते लोग,
कहीं बस के खराब होने के कारण दूसरी बस का इंतजार करते लोग,
कहीं झोली फैलाकर भीख मांगती महिलाएं,
सब अपनी बेबसी का हाल बयान कर रहे है,
सब एक कहानी सी कह रहे है ,
कहीं भी सुख नहीं है ,
आज ये रास्ते खाने को दौड़ रहे है,
आज इनसे नफ़रत सी हो रही है ,
कुछ भी अच्छा नहीं लग रहा है ।।

© nehachoudhary