अजीब उलझन !
मन कुछ और सोचे
तन कुछ और करे ,
ऑंखें कुछ और कहें
लब कुछ और,
दिल कहीं और रहें
दिमाग कहीं और,,,
अजीब सी हैं ये उलझन
अजीब-सी ये शोर ।।
© Uniqly
तन कुछ और करे ,
ऑंखें कुछ और कहें
लब कुछ और,
दिल कहीं और रहें
दिमाग कहीं और,,,
अजीब सी हैं ये उलझन
अजीब-सी ये शोर ।।
© Uniqly