नाम 'ताबिश' है मेरा पेशे से मुहासिब हूँ
'अलिफ' से 'ये' तक सबका हिसाब रखता हूँ
मैं कोई प्रोफेशनल लेखक कवि या शायर नहीं हूँ, बस लिखने का शौक रखता हूँ और सीख रहा हूँ । अपने एहसास अपने जज़्बात और अपने दिल की बात को अल्फाजों में उतार देता हूँ ।
Read my thoughts and appreciate me so that I can write better than this.