माँ
छुट्टियों के दिन चल रहे थें। बहुत से मेहमानों की घर में आवाजाही चल रही थी। इसी बीच पसीने से लथपथ माँ काम में लगी हुई थी। शाम के समय सभी घर वाले खेलने व टी.वी. देखने में मग्न थे। तब मुझे वो दिख रहा था, जो दूसरों की आंँखों से ओझल था। थोड़े गीले से बाल, आँखों में हल्का...