...

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कभी कभी
कभी कभी हम भूल जाते हैं वो बातें
जो कभी हमारी ख्वाबों में आया करता था ,
आज भी हमे याद है वो बातें
जो अक्सर हमे ख्वाबों में सताया करता था।।

कुछ बाते अभी भी बाकी रह गया,
जो सबके सामने नही बोल पाई थी मैं
कुछ बाते वहीं खतम हो गई जो ,
सबके सामने नज़रे झुकाके बोल गई में ।।

पता नहीं किस चीज़ की दुविधा थी
और कया खोने का डर
जो बोल ना पाया वो बात अगर समझ लेते तुम ,
तो आज भी सिर्फ तुम्हारा ही रह जाता ये शायर ।।

शायद मेरी कोई गलती रही होगी
या फिर किशमात के कोई हसीन सितम
जो बात उस दिन ना बोल पाया तुम्हे
आज फिर से दोहराती हु में कुछ इस्कादर,

ज़िंदगी तो चलती रहेगी लेकिन
वक्त को कहां रोक पायोगे तुम,
समय मिलता नही कभी आसानी से,
मेरे लिए थोड़ा सा वक्त निकाल लोगे क्या तुम?
कुछ अजीब सा चल रहा है , यह पल
थोड़िसी स्खमोस रह गई मैं,
थोड़ा सा मुस्कुराहट दिला दोगे क्या तुम?

#WritcoStoryPrompt117
If you could change one thing about your life, what would it be? Write a story on it.
© despondent21