एक, खोटा- खूंटा!
" एक चौधरी ने गली में भैंस बांधने के लिए खूंटा गाड़ दिया। सारे मोहल्ले के चौधरी इकट्ठे हुए और उससे खूंटा उखाड़ने के लिए कहा, परन्तु वो चौधरी नहीं माना... !
आखिर में पंचायत बुलाई गई...
पंच इकट्टे हुए और चौधरी को समझाया...
पंच:- चौधरी तूने खूंटा गलत जगह गाड़ रखा है !
चौधरी:- मानता हूं भाई
पंच:- खूंटा यहां नहीं गाड़ना चाहिए था
चौधरी:- मानता हूं भाई
पंच:- खूंटे से टकराकर बच्चों को चोट लग सकती है !
चौधरी:- मानता हूं भाई
पंच:- भैंस गली में गोबर करती है, गन्दगी फैलती है
चौधरी:- मानता हूं भाई
पंच:- भैंस गली में निकलने वालों को पूंछ और सींग भी मार सकती है
चौधरी:- मानता हूं भाई
पंच:- तो फिर खूंटा उखाड़ दे भाई
चौधरी:- मैंने आपकी सारी बातें मान लीं !
अब एक बात आप सब लोग मेरी भी मान लो !
पंच:- बताओ तुम्हारी एक बात जरूर मानी जायेगी !
चौधरी:- *खूँटा तो यहीं गड़ेगा...* !!
from the past memories of
© F#@KiRa BaBA
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