मेरा भी कभी वजूद था
अब तो दिखता भी नही मैं लोगो को पर मेरा भी कभी वजूद था
इस लोगो के शहर और शहर की भीड़ में मैं भी कभी मौजूद था
ना जाने क्यों...........मैने?
इस दुनिया की भाग दोड को देख कर भी दुनिया जैसा बनना चाहा जबकि मैं दुनिया से बिकुल अलग था
वैसे मेरे पास और कोई रास्ता भी तो नही था क्योंके मैं हमेशा ये सोचता था की मैं भला किसी अंजान रास्ते पे अकेले कैसे चल पाऊंगा...
इसलिए सबके साथ चलने चाहा मैनें... मैं सोचता था इसमें गलत क्या है?
बस इसी सोच ने मुझे भीड़ का एक हिस्सा बना दिया वो भी एक ऐसा हिस्सा जिसका कोई वजूद नही था..... और ना ही फिर मेरा रहा
सबसे अलग था मैं , शांत सा ठेहरा हुआ, ना जादा किसी से बात करता, बस खुद में ही सीमित मेरी जिंदगी थी। दिल का हाल सबका सुनता था मैं पर कभी हाल अपना बताया नही किसी को।
आँखों में सपने थे चेहरे पे मुस्कान थी
पर चिपाये थे दिल में राज़ कई
ये जिंदगी कितनी आसान थी
ना किसी से कोई शिकायत ना ही कोई नाराज़गी थी
बस खुद में ही सीमित मेरी जिंदगी थी।
पर वो कहते हैं ना के "nothing is permanent in life" अर्थात जीवन मे कुछ भी हमेशा के लिए नही रहता , बस एक छोटा सा बदलाव आपकी पूरी जिंदगी बदल सकती है।
मुझे हमेशा से यही कहा गया की " जिस तरह के तेरा स्वभाव है तु दुनिया का सामना नही कर पायेगा "
बस यही एक बात बदलाव का कारण बनी
मैंने लिखना छोड़ दिया सबकी बातें सुनके
खुद को ही खो दिया सब के साथ चल के
खैर आगे की कहानी मैं फिर कभी लिखूँगा या शायद ना भी लिख पाऊँ
पर मुझे मुझसे मिलाया जिसने उसका नाम और किस्सा मै जरूर लिखूँगा
A story from my diary 'The Diary of love ❤'
#thesilentone
© The Silent one
इस लोगो के शहर और शहर की भीड़ में मैं भी कभी मौजूद था
ना जाने क्यों...........मैने?
इस दुनिया की भाग दोड को देख कर भी दुनिया जैसा बनना चाहा जबकि मैं दुनिया से बिकुल अलग था
वैसे मेरे पास और कोई रास्ता भी तो नही था क्योंके मैं हमेशा ये सोचता था की मैं भला किसी अंजान रास्ते पे अकेले कैसे चल पाऊंगा...
इसलिए सबके साथ चलने चाहा मैनें... मैं सोचता था इसमें गलत क्या है?
बस इसी सोच ने मुझे भीड़ का एक हिस्सा बना दिया वो भी एक ऐसा हिस्सा जिसका कोई वजूद नही था..... और ना ही फिर मेरा रहा
सबसे अलग था मैं , शांत सा ठेहरा हुआ, ना जादा किसी से बात करता, बस खुद में ही सीमित मेरी जिंदगी थी। दिल का हाल सबका सुनता था मैं पर कभी हाल अपना बताया नही किसी को।
आँखों में सपने थे चेहरे पे मुस्कान थी
पर चिपाये थे दिल में राज़ कई
ये जिंदगी कितनी आसान थी
ना किसी से कोई शिकायत ना ही कोई नाराज़गी थी
बस खुद में ही सीमित मेरी जिंदगी थी।
पर वो कहते हैं ना के "nothing is permanent in life" अर्थात जीवन मे कुछ भी हमेशा के लिए नही रहता , बस एक छोटा सा बदलाव आपकी पूरी जिंदगी बदल सकती है।
मुझे हमेशा से यही कहा गया की " जिस तरह के तेरा स्वभाव है तु दुनिया का सामना नही कर पायेगा "
बस यही एक बात बदलाव का कारण बनी
मैंने लिखना छोड़ दिया सबकी बातें सुनके
खुद को ही खो दिया सब के साथ चल के
खैर आगे की कहानी मैं फिर कभी लिखूँगा या शायद ना भी लिख पाऊँ
पर मुझे मुझसे मिलाया जिसने उसका नाम और किस्सा मै जरूर लिखूँगा
A story from my diary 'The Diary of love ❤'
#thesilentone
© The Silent one