क्या करू कुछ समझ नहीं आ रहा
जब हवाओं से घुटन होने लगे ।जब अपनी सांसों से चुभन होने लगे तो समझ जाना की समय आ गया खुद से बगावत करने का खुद का हिफ़ाज़त खुद से करने का।
ये वो क्षण है जब तुम्हारी जीवन का नया आयाम तुम्हारी दरवाजे पर दस्तक दे रही है ।
इस क्षण में हमारे पास दो ही विकल्प होते है उन आयामों से रूबरू...
ये वो क्षण है जब तुम्हारी जीवन का नया आयाम तुम्हारी दरवाजे पर दस्तक दे रही है ।
इस क्षण में हमारे पास दो ही विकल्प होते है उन आयामों से रूबरू...