दिल की बात दिल में रहे... ओठोतक ना आए...😔😔
शैली जैसे ही टीन एज में आई...
बनी थोड़ी अल्हडसी और उत्साहि...
एक दिन स्कूल जाते वक्त मस्ती में
उसकी नजर पड़ी एक शांत से लड़के पर
करण नाम था उसका ..!
उसने उसे देखा और तब से वो उसकी दिवानी हो गईं
और इस तरह एक स्कूल में होने के कारण
वो रोज उसे देख कर आहे भरती थी...!
लेकिन करण थोड़ा शर्मिला लड़का था
वो ज्यादा किसी के और...
बनी थोड़ी अल्हडसी और उत्साहि...
एक दिन स्कूल जाते वक्त मस्ती में
उसकी नजर पड़ी एक शांत से लड़के पर
करण नाम था उसका ..!
उसने उसे देखा और तब से वो उसकी दिवानी हो गईं
और इस तरह एक स्कूल में होने के कारण
वो रोज उसे देख कर आहे भरती थी...!
लेकिन करण थोड़ा शर्मिला लड़का था
वो ज्यादा किसी के और...