गुड्डे गुड़ियों वाला प्यार पार्ट 2
"ओ हीरो, दादी को संभालो "
ढलान हैं ज़रा
"हां क्यों नहीं "
राजू ने सिमी की दादी को खुश दिल्ली से कंधे का सहारा दिया और सिमी की तरफ देख मुस्कुराया !
राजू ये.. राजू वो ...
सिमी के इशारे पर ढेड़ों.. काम... राजू चुटकियां बजाता हुआ करता जाता मानों उससे बढ़ कर उसे किसी काम में रुचि ही न हों ,फर्क बस...
ढलान हैं ज़रा
"हां क्यों नहीं "
राजू ने सिमी की दादी को खुश दिल्ली से कंधे का सहारा दिया और सिमी की तरफ देख मुस्कुराया !
राजू ये.. राजू वो ...
सिमी के इशारे पर ढेड़ों.. काम... राजू चुटकियां बजाता हुआ करता जाता मानों उससे बढ़ कर उसे किसी काम में रुचि ही न हों ,फर्क बस...