मैं : मेरा दोस्त।।
कभी कभी दिल करता है खुद से बातें करूं। पर बातें तो दो लोगों के बीच होती है। मैं भी दो बन जाता हूं। एक वो जो इस वक्त यहां आपसे बातें कर रहा है और एक वो जिससे मैं बातें करता हूं। जो आपसे बातें कर रहा है वो समझदार नहीं है और जिससे मैं बातें करता हूं वो नासमझ नहीं है। या यूं कहूं तो जो आपसे बातें कर रहा है...