सीता स्वयंवर
विवाह रचाने सीता माता का
स्वयंवर जनक रचाएं
बड़े-बड़े योद्धा आए थे जिसमें
रावण को नहीं बुलाएं।।
अभिमान से युक्त जो शक्तिशाली था
वैर-द्वेष था उससे बढ़ाए
आ धमका वो मद में चूर हो
राजा जनक के बिना बुलाएं।।
आया था वो सीता को वरने
सब नरपति थे थर्राए
युक्ति सोची देव-दानव ने मिलकर
मुक्ति रावण से कैसे पाएं।।
झूठा एक संदेश फैलाया
कालाग्नि, लंका...
स्वयंवर जनक रचाएं
बड़े-बड़े योद्धा आए थे जिसमें
रावण को नहीं बुलाएं।।
अभिमान से युक्त जो शक्तिशाली था
वैर-द्वेष था उससे बढ़ाए
आ धमका वो मद में चूर हो
राजा जनक के बिना बुलाएं।।
आया था वो सीता को वरने
सब नरपति थे थर्राए
युक्ति सोची देव-दानव ने मिलकर
मुक्ति रावण से कैसे पाएं।।
झूठा एक संदेश फैलाया
कालाग्नि, लंका...