गुड्डे गुड़ियों वाला प्यार
सिमी ए सिमी ..
अले देख तो इद्धल
नहीं तो कट्टी
का देखू तू मेरा गुड्डा बन
फिर मैं देखती..
आह ..सिमी..
राजू माज़ी की उन अल्लहड़ गलियों से...
अले देख तो इद्धल
नहीं तो कट्टी
का देखू तू मेरा गुड्डा बन
फिर मैं देखती..
आह ..सिमी..
राजू माज़ी की उन अल्लहड़ गलियों से...