"काश वो रात ना आती "( part 2)
रात में चीख़ कर जब मेरी आंख खुली उसके बाद मैं पूरी रात नहीं सो पाई, मेरी आंखो के सामने वहीं सब दृश्य बार बार दिखाई दे रहे थे जिन्हें मै भूलना चाहती थी।
मुझे समझ नहीं आ रहा था कि जो मैने देखा क्या वो सच था। मन कर रहा था कि चीख चीक कर सबको बता दू कि मैने उस रात क्या देखा।
(उसके मेरे पास से चले जाने के बाद मै वहा से निकलने का रास्ता ढूंढ रही थी तभी मुझे हल्की हल्की सिसकियों की आवाजे आने लगी , मै डरते डरते आगे जा रही थी मुझे नहीं पता था मै कहा जा...