नाग लोक की अज़ब कहानी....
भव्य नागलोक में एक नागिन और दूसरा विशाल नाग....
दोनों एक-दूसरे को मन से तो बड़े चाहते थे लेकिन एक-दूसरे को अपने मन की व्यथा नहीं कह पाते थे..
क्योंकि दोनों के अंदर एक बड़ा सा गुण था.. और वो था अहंकार...
नागिन को ख़ुद पर बड़ा घमंड था कि उस पर सारे नाग मरते है...
और उस नाग को भी बड़ा घमंड था कि.. वो हर किसी को अपने जाल में फ़सा लेता है....
क्योंकि वो अपनी बातों में बुरी तरह फसाकर हर किसी को अपने वश में कर लेता था..
और जब वश में हो जाती तो.. उसे ज़लील...
दोनों एक-दूसरे को मन से तो बड़े चाहते थे लेकिन एक-दूसरे को अपने मन की व्यथा नहीं कह पाते थे..
क्योंकि दोनों के अंदर एक बड़ा सा गुण था.. और वो था अहंकार...
नागिन को ख़ुद पर बड़ा घमंड था कि उस पर सारे नाग मरते है...
और उस नाग को भी बड़ा घमंड था कि.. वो हर किसी को अपने जाल में फ़सा लेता है....
क्योंकि वो अपनी बातों में बुरी तरह फसाकर हर किसी को अपने वश में कर लेता था..
और जब वश में हो जाती तो.. उसे ज़लील...