लालाच बुरी बला
कुछ चीजे हमें तब समझमें आती है जब बहुत देर
हो जाति है , लेकिन वह देरी कभी-कभी बहुत बड़ा सबक दे जाती है...
ये कहानी दो बहनों की है दोनों मन से साफ थी लेकिन कभी-कभी साफ दिल वाले भी बहुत बड़ी गलतियाँ कर जातेह है ....
ऐसा ही कुछ उनको साथ हुआ पहले वो दूसरे को बहुत ज्ञान दिया करती थी उनको लगता था कि वो हमेशा सही है लेकिन जब उनके साथ वो हादसा हुआ तब समझ आया कि मजबूरी और लालाच मैं और गलती में क्या अंतर है ?
ये सुरुआत बॉर्बन के बिस्किट से हुआ एक छोटी सी चोरी कब बड़ी चोरी मैं बदल गई कब वो लालाच आ गया उनेह पता ही नहीं चला ......
ऐसे ही करते करते वो जब कुछ लेने मॉल जाति ,एक बिस्किट चोरी कर लाती ,वो कभी पकड़ी नहीं गई तो अब वो और चोरी करनी शुरू कर दी ऐसे करते-करते साल बीत गया ...
एक दिन वो फ़िर समान ख़रिदने मॉल गए उनने सोचा कि चलो आज बड़ा हाथ मारते हैं,
उनको अब लगने लगा अरे थोड़ा सा चुरा लेंगे तो इनका कोन्सा कुछ जाएगा अगर कोई कुए माई से एक गिलास पानी निकल लेगा तो थोड़ी ना पानी ख़त्म हो जाएगा ....
उन दोनों को एक स्वेटर पसंद आया जो बहुत महंगा
था अन्होन सोचा चेंजिंग रूम में जाकर चुपचाप अंदर पहन लेंगे थोड़ी ना पता...
हो जाति है , लेकिन वह देरी कभी-कभी बहुत बड़ा सबक दे जाती है...
ये कहानी दो बहनों की है दोनों मन से साफ थी लेकिन कभी-कभी साफ दिल वाले भी बहुत बड़ी गलतियाँ कर जातेह है ....
ऐसा ही कुछ उनको साथ हुआ पहले वो दूसरे को बहुत ज्ञान दिया करती थी उनको लगता था कि वो हमेशा सही है लेकिन जब उनके साथ वो हादसा हुआ तब समझ आया कि मजबूरी और लालाच मैं और गलती में क्या अंतर है ?
ये सुरुआत बॉर्बन के बिस्किट से हुआ एक छोटी सी चोरी कब बड़ी चोरी मैं बदल गई कब वो लालाच आ गया उनेह पता ही नहीं चला ......
ऐसे ही करते करते वो जब कुछ लेने मॉल जाति ,एक बिस्किट चोरी कर लाती ,वो कभी पकड़ी नहीं गई तो अब वो और चोरी करनी शुरू कर दी ऐसे करते-करते साल बीत गया ...
एक दिन वो फ़िर समान ख़रिदने मॉल गए उनने सोचा कि चलो आज बड़ा हाथ मारते हैं,
उनको अब लगने लगा अरे थोड़ा सा चुरा लेंगे तो इनका कोन्सा कुछ जाएगा अगर कोई कुए माई से एक गिलास पानी निकल लेगा तो थोड़ी ना पानी ख़त्म हो जाएगा ....
उन दोनों को एक स्वेटर पसंद आया जो बहुत महंगा
था अन्होन सोचा चेंजिंग रूम में जाकर चुपचाप अंदर पहन लेंगे थोड़ी ना पता...