#जिंदगी के दो पल
जिंदगी के दो पल थे, एक आँधी की रात और एक छुट्टी की सुबह।
रात बड़ी अजीब थी। आकाश में बादल थे, और हवा चल रही थी जैसे वो कुछ कहना चाह रही हो। एक छोटी सी गलियों के कोने में, एक आँधी चल रही थी और वहाँ खड़े एक...
रात बड़ी अजीब थी। आकाश में बादल थे, और हवा चल रही थी जैसे वो कुछ कहना चाह रही हो। एक छोटी सी गलियों के कोने में, एक आँधी चल रही थी और वहाँ खड़े एक...